✎ : रमन पाल
मुन्ना भाई टेक फार्मेसी का दरवाज़ा ख़ट खटाते हुए बोले ,"अरे भाई कोई है "?
टेक फार्मेसी के फार्मासिस्ट साहब बाहर निकलते हैं, और मुन्ना भाई का स्वागत करते हैं!
Ayurvedic dawaiyon ke side effects !आयुर्वेदिक दवाइयों के साइड इफेक्ट्स !
मुन्ना भाई टेक फार्मेसी का दरवाज़ा ख़ट खटाते हुए बोले ,"अरे भाई कोई है "?
TECH PHARMACY |
TECH PHARMACY के द्वारा मुन्ना भाई का स्वागत होते हुए ! |
मुन्ना😶:अरे भाई लगता है मोहल्ले में यह नयी फार्मेसी खुली है !
फार्मासिस्ट😄: जी हाँ ! बताइये आप को कौन सी दवा चाहिए ?
मुन्ना😶: अरे भाई क्या बताऊँ, कल नये साल की पार्टी में कुछ ज्यादा हो गया !अगर आप के पास पेट साफ़ करने के लिए कुछ है तो दीजिये !डल्कोफ्लेक्स है क्या ?
फार्मासिस्ट😄 : लेकिन इस दवा के लिए आप के पास डॉक्टर का पर्चा होना चाहिए !
मुन्ना😶 :हैरान और परेशान होते हुए बोले,"अरे भाई क्या आप जानते हैं , टी वी पर डल्कोफ्लेक्स की ऐड दिन भर आती रहती है ! और हमें आप बोल रहें हैं कि डॉक्टर का पर्चा ले कर आयें ! यह ऐड हमारे लिए तो आते हैं ! अगर इस दवाई के लिए पर्चे कि ज़रुरत है तो इस कि ऐड टी वी पर क्यों आती है"?
मुन्ना😶 : क्या आप इन फार्मा कंपनियों से ज्यादा स्मार्ट हैं ?
फार्मासिस्ट😄 : नहीं नहीं मैं इन कंपनियों के आगे कहीं नहीं ठहरता ! और इन की स्मार्टनेस को कोई नहीं चैलेंज कर सकता है, क्यों कि इंडिया में सबसे स्मार्ट वो ही होता है जो सब से पहले नियमों को तोड़ता है और फिर गलत काम करता है और फिर वो अपने ग्रुप के लोगों के बीच इतराता है !
मुन्ना😶 : क्या मतलब ?
फार्मासिस्ट😄 : पहले तो ये कंपनियां ओ टी सी ड्रग्स की आड़ में गलत तरीके से अपनी ऐड (विज्ञापन) देते हैं और इसके बाद जब इनकी सेल बढ़ जाती है ,तो ये कंपनियां मिल कर बड़े बड़े होटलों में जश्न मनाते हैं !
फार्मासिस्ट😄 : इन कंपनियों को इस से कोई फरक नहीं पड़ता कि इनकी ऐड के कारण इन दवाईओं से किसी को साइड इफेक्ट्स , ओवर डोस या ड्रग रिएक्शन से नुक्सान से हो सकता है !
मुन्ना😶 : अच्छा तो भाई फिर ऐसा करो , मुझे कोई आयुर्वेदिक दवा दे दो , क्योंकि आयुर्वेदिक दवाईयाँ सेफ होती हैं ! पेट सफा है तो दे दो !
फार्मासिस्ट😄 :मुस्कराते हुए बोले, "भाई साहेब,
अधिकतर पेट साफ़ करने वाली आयुर्वैदिक दवाईयाँ, आतों का तरल (fluids) पदार्थ तथा उसके साथ मिनरल्स (पोषक तत्वों) को सोख कर मल (stool) को बड़ा बनाती हैं और फिर इसके कारण मल त्याग की इच्छा होती हैं !
जब हम टी वी पर इनकी ऐड देख कर , बिना किसी डॉक्टर के परामर्श के इन दवाईयों को लगातार बार बार प्रयोग करते हैं तो ये दवाईयां हमें इस तरह से नुक्सान पहुंचाती हैं !
फार्मासिस्ट😄: जी हाँ ! बताइये आप को कौन सी दवा चाहिए ?
मुन्ना😶: अरे भाई क्या बताऊँ, कल नये साल की पार्टी में कुछ ज्यादा हो गया !अगर आप के पास पेट साफ़ करने के लिए कुछ है तो दीजिये !डल्कोफ्लेक्स है क्या ?
फार्मासिस्ट😄 : लेकिन इस दवा के लिए आप के पास डॉक्टर का पर्चा होना चाहिए !
मुन्ना😶 :हैरान और परेशान होते हुए बोले,"अरे भाई क्या आप जानते हैं , टी वी पर डल्कोफ्लेक्स की ऐड दिन भर आती रहती है ! और हमें आप बोल रहें हैं कि डॉक्टर का पर्चा ले कर आयें ! यह ऐड हमारे लिए तो आते हैं ! अगर इस दवाई के लिए पर्चे कि ज़रुरत है तो इस कि ऐड टी वी पर क्यों आती है"?
मुन्ना😶 : क्या आप इन फार्मा कंपनियों से ज्यादा स्मार्ट हैं ?
फार्मासिस्ट😄 : नहीं नहीं मैं इन कंपनियों के आगे कहीं नहीं ठहरता ! और इन की स्मार्टनेस को कोई नहीं चैलेंज कर सकता है, क्यों कि इंडिया में सबसे स्मार्ट वो ही होता है जो सब से पहले नियमों को तोड़ता है और फिर गलत काम करता है और फिर वो अपने ग्रुप के लोगों के बीच इतराता है !
मुन्ना😶 : क्या मतलब ?
फार्मासिस्ट😄 : पहले तो ये कंपनियां ओ टी सी ड्रग्स की आड़ में गलत तरीके से अपनी ऐड (विज्ञापन) देते हैं और इसके बाद जब इनकी सेल बढ़ जाती है ,तो ये कंपनियां मिल कर बड़े बड़े होटलों में जश्न मनाते हैं !
फार्मासिस्ट😄 : इन कंपनियों को इस से कोई फरक नहीं पड़ता कि इनकी ऐड के कारण इन दवाईओं से किसी को साइड इफेक्ट्स , ओवर डोस या ड्रग रिएक्शन से नुक्सान से हो सकता है !
मुन्ना😶 : अच्छा तो भाई फिर ऐसा करो , मुझे कोई आयुर्वेदिक दवा दे दो , क्योंकि आयुर्वेदिक दवाईयाँ सेफ होती हैं ! पेट सफा है तो दे दो !
फार्मासिस्ट😄 :मुस्कराते हुए बोले, "भाई साहेब,
आयुर्वेदिक दवाईयाँ सेफ तो हो सकती हैं , लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आयुर्वेदिक दवाइयों के साइड इफेक्ट्स नहीं होते !"
आयुर्वेदिक दवाइयों के साइड इफेक्ट्स !Ayurvedic dawaiyon ke side effects !:
अधिकतर पेट साफ़ करने वाली आयुर्वैदिक दवाईयाँ, आतों का तरल (fluids) पदार्थ तथा उसके साथ मिनरल्स (पोषक तत्वों) को सोख कर मल (stool) को बड़ा बनाती हैं और फिर इसके कारण मल त्याग की इच्छा होती हैं !
जब हम टी वी पर इनकी ऐड देख कर , बिना किसी डॉक्टर के परामर्श के इन दवाईयों को लगातार बार बार प्रयोग करते हैं तो ये दवाईयां हमें इस तरह से नुक्सान पहुंचाती हैं !
- हमारी मास पेशियाँ , कोलन (colon) , हृदय, नस {nerves) आदि को सही प्रकार से काम करने के लिए सोडियम , पोटैशियम , मैग्नीशियम , फॉस्फोरस , एलेक्ट्रोलाईटस , मिनरल्स आदि एक balanced मात्रा में उपलब्ध होना चाहिए ! अगर ये तत्व हमारे शरीर से अधिक मात्रा में मल के ज़रिये बाहर निकल जायेंगे तो हमारे अंग सही प्रकार से काम नहीं करें गे ! जब हमारे शारीर से मल के साथ ज्यादा पानी निकल जाता है तो हमारे दूसरे अंगों के साथ हमारी किडनी पर भी इस का बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है !
COLON - जब हम इन दवाईयों का अधिक देर और लगातार सेवन करते हैं , तो निर्देशित मात्रा की डोस (dose) पर कोलोन (colon) काम करना बंद कर देता है तथा कोलोन को काम करने के लिए पहले से अधिक मात्रा में दवा लेनी पड़ती है !
- तथा कोलोन over stretched (कोलोन का साइज़ बढ़ जाना) हो जाने के कारण, कोलोन infection (कोलोन का संक्रमण) हो सकता है और साथ में लीवर damage होने का ख़तरा बन जाता है !
- बहुत अत्याधिक तथा रोज़ाना इन आयुर्वेदिक दवाईयों के उपयोग से कोलोन (colon ) का कैंसर भी हो सकता है !
- अगर ज़रुरत पड़ने पर हम इन आयुर्वेदिक दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं तो शरीर के तरल पतार्थों और पानी की मात्रा की आपूर्ति के लिए हमें ज़्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए !
- सबसे बेहतर यही हो गा कि आप अपने लम्बे समय के कब्ज़ के लिए अपने डॉक्टर से ज़रूर सम्पर्क करें , न कि विभिन्न प्रकार के विज्ञापनों पर निर्भर हो जायें !
Author : RAMAN CHANDER PAL IS A HOSPITAL PHARMACIST WHEN OFFLINE AND A COMMUNITY PHARMACIST WHEN ONLINE |